सोमवार, 4 नवंबर 2024

काश आडवाणी तभी गिरफ्तार हो जाते

जब मुख्यमंत्री मुलायम सिंह जी को रात को जगा कर मैने कहा था कि आडवाणी जी को आगे न जाने दे रूरा स्टेशन पर गिरफ्तार कर किसी गेस्ट हाउस में रख दे । 
लालकृष्ण आडवाणी जी ने अपनी रथयात्रा की घोषणा कर दिया था और सोमनाथ से यात्रा शुरू करने के लिए वो दिल्ली से ट्रेन से जा रहे थे । मेरे एक मित्र जो दिल्ली में एक बहुत सेंसटिव विभाग में अधिकारी थे उनका मुझे फोन आया ।उन्होंने कहा की राय साहब यदि ये यात्रा निकल गई तो ये देश को बहुत मुसीबत में डाल सकती है और कुछ भी हो सकता है  । उन्होंने और भी बहुत कुछ कहा जो लिखना उचित नहीं है । 
उनका कहना था कि आप के मुख्यमंत्री के पास ये अवसर है की वो देश को बचाये वरना यात्रा जब उत्तर प्रदेश में आएगी की सरकार को सम्हालना मुश्किल हो जाएगा ।उन्होंने ही राय दिया कि अभी आप मुख्यमंत्री जी के पास जाइए और उनको समझाइए की इतने बजे ट्रेन कानपुर के पास रूरा रेलवे स्टेशन पहुंचेगी ।वही ट्रेन रुकवा कर आडवाणी जी को गिरफ्तार कर ले और उन्होंने ही राय दिया कि उनको चुनार के किले में गेस्ट हाउस में रखा जाए जिससे बहुत भीड़ बाद तमाशा नहीं कर सके । 
मैं कपड़े बदल चुका था पर तुरंत फिर कैसे पहने और मुलायम सिंह जी के घर पहुंच गया । जगजीवन नीचे वाले कमरे में बैठा था । मैने कहा कि अर्जेंट बात करनी है।वो बोला कि साहब सोने चले गए अब मैं तो बजर नहीं दूंगा । तो मैने खुद बजर दबा दिया। मुलायम सिंह जी ने फोन उठाया तो मैं बोला कि मैं सी पी राय हूं । कुछ जरूरी बात है दो मिनट के लिए नीचे आ जाइए । मुलायम सिंह जी नीचे ड्राइंग रूम में आ गए तो मैने उनको पूरी बात बताया और कहा कि बात गंभीर है और बिना देर किए निर्णय लेकर गिरफ्तारी करवा देना चाहिए । मुलायम सिंह जी बोले की जाने दीजिए जब उत्तर प्रदेश की तरफ यात्रा आएगी तब देखा जाएगा । और एक इतिहास बनते बनते रह गया ।शायद वो उस दिन हो गया होता तो नफरत के व्यापार के लिए भाजपा को कुछ और दिन लगा होता । जो माहौल देश भर में बन गया वो नहीं बना होता । देश भर का भाई चारा बिगड़ गया। नफरत की राजनीति परवान चढ़ गई तब बिहार में लालू प्रसाद यादव जी ने उन्हे गिरफ्तार किया । 
बाकी तो हम कल्पना ही कर सकते है कि क्या हुआ होता तो क्या होता ।
ये मैं पाठकों पर छोड़ देता हु की वो ये कल्पना करे ।

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