क्या आगरा की टूटी सड़कें ठीक हो पाएंगी कभी ? वैसे इन सडकों का एक फायदा भी है की गरीबों को अस्पताल नहीं पहुंचना पड़ता ,उसके पहले ही गरीब की पत्नी साईकिल पर हो या रिक्शे पर इन गड्ढों के असर से उसका बच्चा कही भी पैदा हो जाता है | मानना पड़ेगा की गरीबों के राज में एक काम तो उनके लिए हुआ ही है | क्या आगरा कभी साफ पानी पिएगा ? २९ लोग सप्लाई का पानी पीकर एक बार मर चुके है और उनके परिवारों को न्याय आज तक नहीं मिला | कांग्रेस सरकार में बैराज का शिलान्यास हुआ था ,आज २५ वर्ष बीत गए, नहीं बन सका | क्या आगरा को बिजली की किल्लत से छुट्टी मिलेगी ? कुछ व्यापारियों को पता नहीं कितने करोड़ लेकर व्यवस्था सौंप दी गयी ,बड़े बड़े वादे किये गए ,पर मिला क्या ? मोटा बिल ,उत्पीडन और बिजली का हाल वही ढाक के तीन पात | पहले से भी बुरी हालत है | कहा गए बड़े बड़े वादे करने वाले ? क्या आगरा को कोई कारखाने मिलेंगे ?आगरा के युवकों को रोजगार के अवसर मिलेंगे ? अंतररास्ट्रीय हवाई अड्डा मिलेगा ? अंतररास्ट्रीय स्टेडियम मिलेगा ? हाईकोर्ट मिलेगा ?कुछ ऐसे सरकारी दफ्तर मिलेंगे की भारत की राजधानी रहे इस अंतररास्ट्रीय शहर के साथ न्याय हो सके और आगरा सर उठा कर कह सके की मै आगरा हूँ और आगरा गूंगा नहीं है ,आगरा बोलता है | जय हिंद |
समाज हो या सरकार, आगे तभी बढ़ सकते हैं, जब उनके पास सपने हों, वे सिद्धांतों कि कसौटी पर कसे हुए हो और उन सपनों को यथार्थ में बदलने का संकल्प हो| आजकल सपने रहे नहीं, सिद्धांतों से लगता है किसी का मतलब नहीं, फिर संकल्प कहाँ होगा ? चारों तरफ विश्वास का संकट दिखाई पड़ रहा है| ऐसे में आइये एक अभियान छेड़ें और लोगों को बताएं कि सपने बोलते हैं, सिद्धांत तौलते हैं और संकल्प राह खोलते हैं| हम झुकेंगे नहीं, रुकेंगे नहीं और कहेंगे, विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊँचा रहे हमारा|
शुक्रवार, 30 सितंबर 2011
शनिवार, 17 सितंबर 2011
हम जागते रहेंगे तो दुश्मन भागते रहेंगे
आज आगरा में भी छोटा सा धमाका हो गया | सीधे तौर पर तो ये आतंकवादी हमला नहीं लगता पर छोटा धमाका कर कही धोखा तो नहीं दिया जा रहा है किसी बड़े हमले के लिए ? आगरा दुनिया के लिए एक अंतरास्ट्रीय शहर है और यहाँ किया कोई भी कांड कायरों को दुनिया में चर्चित कर देगा | सरे अपराधी अपनी चर्चा को बड़े गर्व से मसूस करते है और उसकी चर्चा भी करते है | आगरा की केवल पुलिस और अन्य संस्थाओं को ही नहीं बल्कि जनता को भी जागरूक रहना होगा क्योकि हर कदम पर हम होते है पुलिस नहीं | हम बता सकते है की कहा कोई अवांछनीय व्यक्ति रह रहा है | हम सूचित कर सकते है की कहा कोई संदिग्ध सामान पड़ा है ,हम सूचित कर सकते है की कहा कोई संदिग्ध गतिविधि हो रही है | आइये केवल सरकार और पुलिस की आलोचना करने के स्थान पर खुद सचमुच भारतीय नागरिक बन जाये | हम जागते रहेंगे तो दुश्मन भागते रहेंगे | हम आतंकवादियों और देश के दुश्मनों को किसी हालत में कामयाब नहीं होने देंगे | जय हिंद |
चीन की धमकियों और बार बार किये जाने वाले अतिक्रमण पर हम क्या करें ? अगर कुछ मजबूत फैसला करे तो क्या सभी देशवासी तैयार है ?क्या मीडिया देश को देश के लिए स्वतंत्र रूप से कुछ करने देगा ? क्या सत्ता लोलुप ताकतें इसमें राजनीती नही करेंगी ? क्या तथाकथित बुद्धिजीवी इसे आलोचना से बख्श देंगे ? क्या जनता देश के लिए किसी भी क़ुरबानी के लिए तैयार है ?
शुक्रवार, 16 सितंबर 2011
महात्मा गाँधी की हत्या करने वाले और फिर उनके विचारों की हत्या करने वाले उन्ही का हथियार इस्तेमाल करने जा रहे है ,यानी अनशन |जिनके घर में कमाने वाले को मार देने के कारण खाने का संकट हो गया या वो वीभत्स दृश्य याद कर कभी निवाला गले में ठीक से उतरा ही नहीं इतने वर्षों तक ,क्या ये अनशन उनके प्रियजन को वापस लौटा पायेगा ? क्या तीन दिन का पंच तारा उपवास उनके इतने दिनों की भूख को शांत कर पायेगा ? क्या सचमुच ये प्रायश्चित है या भावी राजनीती ? बापू पूछ रहे है | जय हिंद |
बुधवार, 14 सितंबर 2011
देश के सभी देशभक्त साथियों के चिंतित होने का समय है ,क्योकि दिवालिया होने के कगार पर खड़ा अमरीका भारत के अंदरूनी मामलों पर भी बोलने लगा है और भारतीय जनता के विचारों और अधिकारों को भी प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है | पर भारत की जनता बहुत जागरूक है वह अपना फैसला खुद करती है और हमेशा उसका फैसला सही रहा है, आगे भी फैसला खुद ही करेगी | पर अफ़सोस है की कुछ लोग अमरीका से भारत के भाग्य का फैसला करवाना चाहते है और उसकी हरकत पर बहुत खुश है | ऐसे लोगो को सद्बुद्धि आये | जय हिंद |
मंगलवार, 13 सितंबर 2011
लालकृष्ण अडवाणी जी ने पहले रथयात्रा निकाली थी तो पूरे देश में तूफ़ान आ गया था ,हजारों लोग मरे ,करोड़ों की संपत्ति लुटी ,जली और नस्ट हुयी तथा बलात्कार की घटनाएँ भी सामने आई |ये अलग बात है की रथ बिहार के थाने में ही छूट गया और उसकी याद नहीं आई | खैर याद तो फिर राम जी की भी नहीं आई सत्ता पाते ही | इस बार क्या होगा ? राम जी ही जाने | पर देश वो सब दुबारा न देखे ये दुवा हम सभी को करना चाहिए |अडवानी जी भी इस देश पर कृपा रखे और जहर न उगलें इस बार | जय हिंद |
सोमवार, 12 सितंबर 2011
दोस्तों गुजरात के बारे में सर्वोच्च न्यायलय ने कार्यवाही चलाने के लिए निचली अदालत को भेज दिया है | भा० ज० पा० कह रही है की मोदी जीत गए | क्या सचमुच मोदी जीत गए ? वैसे क्या सचमुच गुजरात की घटनाओं में मोदी का हाथ नहीं था ?तब अटल जी ने क्यों कहा था की मोदी ने राजधर्म नहीं निभाया ? कोई वर्णन करेगा की गुजरात में मोदी ने क्या ,क्या करवाया था जब दंगे हुए थे ?
बुधवार, 7 सितंबर 2011
कब तक ,आखिर कब तक बम फटते रहेंगे ?
कब तक ,आखिर कब तक बम फटते रहेंगे ? गोलियां चलती रहेंगी ? लोग बिना जाने की उसे किसने मारा और क्यों मारा ? मरते रहेंगे !बिना मुकाबला किये .बिना हिनुस्तानी दिलेरी दिखाए !बिना एक के बदले सौ दुश्मन को मारे ? आखिर कब तक पडोसी जमीन से हिंदुस्तान के लोगो का खून बहाया जाता रहेगा ? कब हम हमला कर सकेंगे आतंकवादी अड्डों पर और केवल आतंक की खेती करने वालों को ही नहीं बल्कि बाकि दुनिया को भी बता सकेंगे की अब और नहीं ,अब हम घुस घुस कर मारेंगे और आतंकवाद की खेती करने वालों को ख़त्म करने तक नहीं छोड़ेंगे | आखिर कब कोई इंदिरा गाँधी जैसा फैसला लेगा ?
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