गुरुवार, 14 जून 2012

क्या किसी ऐसे व्यक्ति को महान हिन्दुस्तान का राष्ट्रपति होना चाहिए जिसे पूरी दुनिया में लोकप्रिय  कहा जाये ,ये माना जाये की पूरी दुनिया उसे जानती है और उसकी इज्जत करती है और उस व्यक्ति को अमरीका में दो बार जाँच के नाम पर जलील किया जाये और वो बेशर्मी से अमरीका में फिर भी चला जाये बजाय इसके की भारत की प्रतिष्ठा के नाम पर एयर पोर्ट से ही वापस आ जाते । क्या कहता है हिंदुस्तान ?

शनिवार, 9 जून 2012

पी डी टंडन के बाद सबसे शानदार जीत के लिए मुलायम सिंह जी ,अखिलेश और डिम्पल को हार्दिक बधाई ,उत्तर प्रदेश को बदलने और सही दिशा में बदलने के सपने देखते चलो ,सपनो को सिद्धांतों की कसौटी पर कसते चलो ,और सपनो को पूरा करने का संकल्प करते चलो फिर भविष्य आपका है । यदि विचलित हुए ,कान के कच्चे हुए ,चापलूसी पसंद हुए ,साथियों पर अविश्वाश करने का रोग पाल लिया ,सारा कुछ अपने ही कंधो पर ले लिया ,सारी  जिम्मेदारियां अकेले कंधे पर उठाने का अवगुण पाल लिया ,,गलत लोगो से घिरे ,गलत सलाहे मानी ,सही लोगो को पहचान कर सही स्थानों पर प्रयोग नहीं किया ,अपने साथियों के बजाय नौकरशाही पर ज्यादा विश्वाश करने का कम किया तो फिर अंधकार  ही अंधकार है .।पर मेरी स्वर्णिम भविष्य के लिए शुभकामनाये ।

बुधवार, 6 जून 2012

क्या करे इस कांग्रेस का रोज घोटाले दर घोटाले ,लोगो को
जवाब देना मुश्किल हो गया है ,मुह भी नहीं छुपा सकते ,ये
अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री भी फेल हो गया ,जो देश दिवालिया हो गए उनके
सामने हम जो मजबूत है उसका रूपया गिरता जा रहा है । कैसे बचाव करे ?
कुतर्क से ?बेशर्मी से ? क्या करे इस कांग्रेस का ? क्या इसे अलविदा कह दे ?
और कह दे अगर मजबूत कदम नहीं उठा सकते ,अगर तुरंत फैसला नहीं कर सकते
अगर देश को मजबूत नेतृत्व नहीं दे सकते तो ये देश कह देगा भाड़ में जाये कांग्रेस !
पर हम जैसे लोग क्या करे ? क्या दोस्त कोई राय देंगे ? बड़ी कृपा होगी ।