रविवार, 15 जून 2014

भूटान मुझे दे दो मैं ठीक कर दूंगा क्योकि यहाँ एक ही खानदान सैकड़ो साल से राज कर रहा है इसीलिए ये गुजरात नहीं बन पाया | ????? ठीक से पढ़ लिया न ,,,नागपुर से यही लिख कर दिया गया था न |
कभी आप ने सुना की वार रूम में पी एम् गया हो ,,बिना बड़ा युद्ध हुए ?
कभी आप ने सुना है की पी एम् ,रक्षामंत्री और सेनाध्यक्ष के बीच क्या बात हुयी वो कभी बाहर आई हो ?
फिर कुछ टीवी वालो ने कैसे दिखाया की वहा क्या क्या हुआ और क्या क्या बाते हुयी ?
यदि उन्हें सब पता है तो भी ये देश की सुरक्षा से गद्दारी है और यदि ये झूठी कहानी है ती भी देशद्रोह बनता है |
क्या अब किसी को हिटलर बनाने के लिए ऐसी भी मुहीम चलेगी ?
पता नहीं क्या क्या होता है सेना दारा एक्शन और गुप्तचर संस्थाओ द्वरा ! क्या अब सब नंगा होगा दुनिया के सामने ?
जो मेरी बाते समझ सकते हो केवल वाही कमेन्ट करे अज्ञानी नहीं ,,
फ़ौज के पूर्व बड़े अधिकारी और रॉ इत्यादि के पूर्व अधिकारी कमेन्ट कर सकते है |
ये देश को हम कहा ले जा रहे है और क्या करना चाहता है इनका थिंक थैंक ?

शुक्रवार, 6 जून 2014

मुझे पता नहीं क्यों हिटलर के कदमो की आहट सुनाई दे रही है | मैं काफी समय पहले से हिटलर के बारे में लिखता और देश को आगाह करता रहा हूँ और कोई खास वर्ग और विचारधारा मुझ पर लगातार आक्रामक रही |
कैबिनेट मंत्री शून्य ,संगठन शून्य , राज्यमंत्री और सभी सचिव सब सीधे रिपोर्ट करे |सांसद हिलने की भी हिम्मत न करे बिना पूछे |
देश ,देश के बुद्धिजीवी ,संविधानविद ,कानूनविद और सभी जागरूक लोग मेरी बातो को ध्यान से पढ़े और ध्यान रखे |
सैकड़ो सालो की गुलामी के बाद बहुत मुश्किल से मिली है ये आजादी लाखो की शहादत के बाद और बहुत बहुमूल्य है हमारा संविधान और लोकतंत्र | जिस दिन अभिनय शुरू हुआ था संसद के आदर का ,,भावना प्रधान होने का और विनम्र होने का तभी से मुझे कुछ खटक रहा था |
अन्ना ,,केजरीवाल और आप पर मुझे हजारो लोगो ने गलियां दिया और बह गया पूरा देश पर अंत में सच तो मैं ही साबित हुआ |
ऐसा भी हवा में क्या बहना की पैर जमीन ही छोड़ दे और फिर केवल पछतावा ही हाथ लगे | अब केवल पूरी जनता खुद खड़े होकर बचा सकती है और देश की फ़ौज सत्ता की कहानी से दूर ही रह कर ,,पहले की तरह अपनी भूमिका निभा कर
बात कडवी है पर सच है |
भाषण का सच और कुर्सी का सच ---

ऐसा याद आ रहा है की किसी ने कहा था की सरकार बनते ही जिन सांसदों पर अपराध की धाराएँ लगी होंगी उनके लिए सर्वोच्च न्यायलय से कहा जायेगा की एक साल में उनके मामलों में न्याय कर दिया जाये | यानि कोई अपराधी संसद में नहीं बैठ पायेगा |
बीजेपी के हो ६० से ज्यादा अपराधी आये है | फैसला हो गया तो सरकार अल्पमत में आ जाएगी और मिनी चुनाव हो जायेगा सभी दलों को मिला कर |

अब कुर्सी चुप है |

गुरुवार, 5 जून 2014

किसी किसी को पता नहीं कैसे पता चल गया कि आज विश्व पर्यावरण दिवस है ।इसकी चर्चा करिए और फिर दुनिया का पर्यावरण बर्बाद करिए शौक से ।
चाहे जितना बड़ा मकान बनाइये पर एक भी पेड़ मत लगाइए ।चाहे जितना पैसा खर्च करिए पर पानी को बहने दीजिये लेकिन बाटर रिचार्ज करने की व्यवस्था मत करिए ।नदी में खूब कचरा फेकिये और सरकार से साफ करने को कहिये ।सारे नाले और नालिया बंद कर दीजिये या घेर लीजिये और सरकार को गली दीजिये ।सड़क पर खूब पानी बहाइये और जब सड़क टूट जाये तो शासन को कोसिये ।सड़क पर थूकिये और कुछ भी कही भी फेंकिये तथा कही भी खड़े होकर नित्य कर्म भी निपटा सकते है और फिर नागरिकता का पाठ पढ़ाइये ।
जरा सोचिये की हम केवल देश के बाशिन्दे है या सचमुच नागरिक भी है ।
जिस दिन हम नागरिक हो जायेंगे विश्वास करिए 60% समस्याए अपने आप निपट जाएँगी । क्या कहा आप नागरिक ही तो है ।नही ! इसकी चर्चा भी करूँगा ।
पर्यावरण दिवस की मेरी तरफ से भी शुभकामना ।

बुधवार, 4 जून 2014

1- किसी को तत्काल ना कहने से उतना नुक्सान नहीं होता जितना हां कह कर झूठा साबित होने पर होता |
२- तत्काल निर्णय करने पर गलतियाँ कम होती है अच्छा होने के चांस ज्यादा होता है [ justice delayed justice denied ] पुरानी कहावत है |
३- कुछ विश्वसनीय लोगो से सलाह कर लेने में आप छोटे नहीं होते |
४- चापलूसों की तारीफ आप को बड़ा नहीं बनाती बस थोड़ी देर का नकली सुख देती है और कडवा या सच बोलने की हिम्मत करने वाले सच्चे दोस्त होते है |
५- किस काम के लायक कौन है ये जानना और उनसे वही काम लेना ही नेतृत्व का गुण है
६- जवाबदेही सभी की जरूरी होती है और हर तीन महीने में जवाब तो मिलना ही चाहिए की तीन महीने में क्या हुआ |
७- दुकान पर भी कुछ दो रुपये की चीज भी खरीदते है तो निगाह रखते है की कम या गलत तो नहीं दे रहा है | मतलब जिसे समझना हो समझे |
राय की आज की बस इतनी ही राय है सभी दोस्तों को |