शनिवार, 27 अगस्त 2011

दोस्तों मुझे मीडिया के अपने दोस्तों की बहुत चिंता हो रही है कल से फिर न्यूज़ ढूढ़नी पड़ेगी उसके लिए घूमना पड़ेगा | जाना पड़ेगा वहा जहा लाखो लोग बाढ़ में बेघर हो गए है,न रोटी है ना कपडा ना छत ,जाना पड़ेगा वहा जहा वो गरीब सिपाही शहीद हो गए ,जाना पड़ेगा वहा जहा १२ आतंकवादियों को मार कर कोई हमारा ही बेटा शहीद हो गया | पता नहीं क्या क्या जो पूरे देश में फैला है पूरे समाज में फैला है | पर ये अनशन ख़त्म होने से १० घंटे जरूर कहना चाहता हूँ की खैरनार साहब से जरूर पूछना चाहिए कि उनके अन्ना साहब के अनशन पर बताई गयी बात जिसमे उन्होंने कहा था कि देश को इसकी चिंता करने कि जरूरत नहीं है ,क्योकि वे जानते है कि इनका अनशन कैसा होता है ? यदि उन्हें कोई शक है तो अभी सुबह के १० बजे तक जाँच का समय है | देश की एक शंका ख़त्म हो जाएगी |
मै बाद में  लिखूंगा पर दोस्तों हुआ तो वाही जो संविधान कहता है और जो कई दिन पहले से मै भी कह रहा था और सरकार भी कह रही थी | बाकी बाद में------------------जय हिंद |

गुरुवार, 25 अगस्त 2011

  दोस्तों मै अक्सर गंभीर विषयों पर लिखता हूँ और बात करता हूँ तो उसमे किसी की कोई रूचि नहीं होती और समाज गंभीर विषयों के स्थान पर सिनेमाई और दुग्दुगी छाप बातों में ज्यादा रूचि लेता है | पर कोई हल्की बात लिख दीजिये  देखिये भाग लेने और चर्चा करने वालो की लाइन लग जाती है|मैंने जब रामदेव यादव के बारे लिखा तब भी बहुत लोगो ने भावनाओ में बह कर कुतर्क के साथ गलियां दिया और मुझे समाजद्रोही तथा देशद्रोही कहा | पर रामदेव की कुछ असलियत सामने आ गयी बाकी आ जाएगी | आज उन गाली देने वालो को अन्ना गिरोह से पूछना चाहिए की भ्रस्ताचार का सबसे बड़ा सूरमा उनके मंच पर क्यों नहीं है | पर उस वक्त मुझे गाली देने वाले और रामदेव के लड़ने वाले भी उन्हें भूल गए इतनी जल्दी |
अब मैंने  कहा की सभी लोग खुद भ्रस्ताचार ख़त्म करने की कसम खा ले तो देश से भ्रस्ताचार खत्म हो जायेगा और देश को संविधान के साथ रहना चाहिए,उसी के दायरे में इलाज ढूढ़ना चाहिए | मेरा मकसद सिर्फ ये है की कुछ ताकतें जो हिटलर को अपना आदर्श मानती है और अपने संगठन से किसी हिटलर को देश पर तानाशाह बना कर बैठना चाहती है पर अभी तक सफल नहीं हो पा रही है | देश उनकी साजिश से बचे | फिर कुछ तरह के लोगो ने मुझे गाली काफी गालियाँ दिया और जो भी कह सकते थे ,कहा और कह रहे है |
 दोस्तों खासतौर पर मुझे गाली देने वालो कुछ दिन बाद मै आप से पूछूंगा जैसे रामदेव के बारे में पूछ रहा हूँ और भ्रस्ताचार सम्बन्धी उन मुद्दों पर भी पूछूँगा जो मैंने उठायें है | जय हिंद |
 


मंगलवार, 23 अगस्त 2011

 दोस्तों ये दृश्य कई जगह देखने को मिल रहा है की थोड़ी देर पहले घूस ले रहे ,भ्रस्ताचार कर रहे,जमाखोरी,कालाबाजारी ,मुनाफाखोरी ,मिलावटखोरी और अन्य सारे बुरे काम कर लोग निकल कर अन्ना के और भ्रस्टाचार विरोधी नारे लगा रहे है,फोटो खिंचा रहे है और फिर जाकर वही करना शुरू कर दे रहे है | क्या करे ऐसे आन्दोलन का ? क्या इसी में घुस कर नारे लगायें ?
ईश्वर अन्ना साहब को स्वस्थ रखे ताकि कुछ लोग जो उन को लेकर घिनौनी राजनीती कर रहे है और जिन्हीने सीधे आदमी को मोहरा बना लिया  ,वे अपने कुत्सित इरादों में सफल न हो पाए | अन्ना साहब खुद लोगो को भ्रस्ताचार छोड़ते और उससे लड़ते देख सकें |जनता ,कर्मचारी ,व्यापारी ,अधिकारी ,नेता ,शिक्षक ,डॉo सहित सभी को |जय हिंद

सोमवार, 8 अगस्त 2011

क्या ये हो सकता है ?

दोस्तों १- यदि वायदा कारोबार आज रात से सरकार बंद कर दे तो सुबह होते ही सभी चीजों के दाम २०% से ४०% तक कम हो जायेंगे |२- यदि ये आदेश जारी हो जाये की किसान के खेत से जिस भाव आया है या जिस लागत पर कारखाने में बना है उससे कितना ज्यादा भाव पर बिक सकता है यानि हर सामान का दाम और मुनाफा निर्धारित होने का कड़ा कानून बनाना चाहिए |३ - सभी सामानों का रेट प्रकाशित होना चाहिए | ४ मुनाफाखोरी,जमाखोरी,कड़े दंड वाले अपराध होने चाहिए और मिलावटखोरी तथा नकली दावा या कोई सामान बनाना देशद्रोह की श्रेणी में आना चाहिए |५ - जिस भी किसी चीज का निर्माण हो सड़क ,पुल या कोई भी बिल्डिंग उसकी उम्र तय होनी चाहिए मानकों के अनुसार ,यदि उसके पहले ख़राब हो जाये तो बनाए वाला उस उम्र तक बनाने को जिम्मेदार हो तथा उसे और उस काम में शामिल अधिकारी हो ,अभियंता हो या कोई भी हो वे सभी दंड के भागीदार हो |६- सरकारी दफ्तरों की संख्या घटाई जाये | ७ - ऐसी व्यवस्थाएं बने की जनता को दफ्तरों में जाने की जरूरत न पड़े और यदि सरकारी शुल्क जमा करना हो तो आप स्वयं जमा कर रसीद रख ले यह पर्याप्त हो | ७- मकानों के नक़्शे सही है या नहीं इसके लिए आप का आर्किटेक्ट और आप जिम्मेदार हो |८-एक निश्चित समय पर बढ़ने वाली चीजो का समय १० से २० साल तक बढाया जाये तथा उसका शुल्क जमा कर आप रसीद रख लें यही पर्याप्त हो|९- हथियार का लाइसेंस या पासपोर्ट पाना आप का अधिकार हो | १०- जब सचमुच आप गलत पाए जाये तथा सिद्ध हो जाये तभी आप को किसी दफ्तर जाना हो या निश्चित दंड की धनराशी जमा कर आप सरकारी लोगो की शक्ल देखने और शोषण से बच जाये|यदि ऐसा हो जाये तो भारत की जनता कितनी सुखी हो जाये ?और सरकारी दफ्तरों तथा कर्मचारियों की फ़ौज भी घट जाये |११- जैसे लोग फ्लैट या छोटे घर में रहते है वैसे ही प्रधानमंत्री ,राट्रपति ,उप राष्ट्रपति इत्यादि को छोड़ कर बाकि सभी नेता हो या अधिकारी सबके पद के अनुसार एक ही परिसर में जिले से दिल्ली तक लोगो को फ्लैट और घर मिले | ऐसे बहुत से तरीके हो सकते है सुधार के ,सरलीकरण के ,जनतंत्रीकरण के |
क्या विचार है दोस्तों ?क्या कोई सुझाव आप अच्छा लगा और भी आप लोगो के विचार हो सकते है |विचार शुरू होता है तो कभी पूरा भी होता है |












रविवार, 7 अगस्त 2011

                                       जब अन्ना देश पर राज करेंगे                                                                                                                                                                                      अन्ना हजारे और उनके लोगो का कहना है की पूरा देश उनके साथ है | वे लोग जो भी आदेश देश को दे रहे है वो देश के १२० करोड़ लोगो की सहमति से दे रहे है | मै सोचता हूँ की इतने बड़े जन समर्थन के साथ यदि अन्ना देश का चुनाव लड़ ले तो सभी की जमानत जब्त हो जाएगी | पूरे ५४३ संसद अन्ना के होंगे ,सभी विधानसभाओं के सारे विधायक अन्ना के होंगे | सारी सरकारें ही नहीं बल्कि इन सब के वोट से राष्ट्रपति ,उप राष्ट्रपति सभी अन्ना के होंगे | फिर क्यों अनशन करना ? क्यों कभी लोकपाल ,कभी किसी और चीज का सवाल उठाना ? 
दिल्ली के रामलीला मैदान में बैठ कर पूरा संविधान बदल देगे अन्ना जी और अपनी और अपने साथियों की विद्वानता से नया संविधान ,नयी व्यवस्था ,सब कुछ बदल देंगे अन्ना | पूरा देश सभी बुराइयाँ छोड़ देगा अन्ना की आभा से प्रभावित होकर | कोई न घूस लेगा न देगा | आदर्श व्यवस्था कायम हो जाएगी देश में | किरण बेदी के नेतृत्व में पुलिस जन सेवक बन जाएगी | प्रशांत के कारण देश के सारे मुक़दमे ख़त्म हो जायेंगे अदालतों  की जरूरत ख़त्म हो जाएगी | जिस दिन अन्ना चुनाव जीतेंगे उसी दिन दुनिया के सभी देश जहाजों में भर भर कर सारा कला धन भारत भेज देंगे ,दिक्कत ये होगी की रखे कहा ? बड़े बड़े मैदानों में टेंट लगाने पड़ेंगे पर अगर खुले में भी छोड़ दिया जाये तो कोई उस दौलत को छूएगा भी नहीं | देश में भी जिसके पास भी एक भी रूपया कला धन होगा वो कही भी हो किसी के घर में या मंदिर में सब देश को समर्पित कर देंगे | कही कुछ भी बुरा नहीं होगा ,बस आदर्श ही आदर्श | 
अन्ना को छोटी छोटी लड़ाइयाँ छोड़ कर बस इस दिशा में कदम बढ़ा देना चाहिए १२० करोड़ लोग पूरी तरह अन्ना के साथ है | अन्ना को पूरे देश पर एक क्षत्र साम्राज्य के लिए और दुनिया की एक मात्र आदर्श व्यवस्था  बनाने के लिए अग्रिम बधाई | सचमुच हम और हमारी आने वाली पीढियां कितनी खुशनसीब है की आने वाले समय में अन्ना के नेतृत्व में हमारा देश चलेगा |