मंगलवार, 17 सितंबर 2013

१९९२ में मैंने एक भाषण में बोल दिया की ये देश सबका है । सबकी क़ुरबानी से और योगदान से बना है । तथाकथित हिंदुवादियो के सबसे बड़े पदाधिकारी ने बयान दे दिया की मैं किसी दूसरे धर्म के आदमी को अपना बाप बना लूँ और मुझे कहना पड़ा की मुझे अपने पिता पर विश्वास भी है और गर्व भी आप अपना देखो ।
जो लोग नहीं जानते की फासीवाद क्या होता है अब मेरी इन लगातार डाली गयी तीन पोस्ट से जान लें की क्या होता है ?/
फासीवाद का मतलब आप असहमत है या कोई अन्य विचार रखते है तो देश छोड़ दे या दुनिया ही छोड़ दें । यही फासीवाद होता है और इसी की आहट से मैं लगातार सभी को आगाह कर रहा हूँ ।

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