रविवार, 15 सितंबर 2013

मंगल ग्रह और चाँद तो बहुत दूर है कोई आसपास ऐसा टापू नहीं है जहा २० /  २५ करोड़ लोग बसाये जा सके ?? शायद ऐसा समय कभी आ जाये । आसपास के देशो के जो दोस्त है प्लीस इतनी मदद तो कर दीजियेगा की चार पांच साल के लिए अगर जरूरत हुयी अपने देश में शरण दिलवा दीजियेगा । फिर हम जैसे लोग वापस अपने देश चले जायेंगे । फासीवाद जब जहा भी आता है तो पहले जिनके खिलाफ नफ़रत फैला कर आता है उनका कत्लेआम करता है ,फिर साहित्यकारों ,पत्रकारों ,कवियों और उन तमाम लोगो का करता है जो अपने विचार रखते है और बोलने को हिम्मत दिखाते है ।
ऐसे लोगो से लड़ने के लिए मरने के बजाय ज़िंदा रह कर काम करना पड़ता है । वैसे फासीवाद खुद अपनी मौत मरता है और उसके हथियार बने लोग उसे ख़ुदकुशी करने को मजबूर कर देते है ।

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