बुधवार, 25 सितंबर 2013

वन मैंन ,वन पार्टी राज की आहट सुनाई पड़ी क्या ?? बड़ी मुश्किल से लोकतंत्र मिला है जिसपर हमें गर्व है की हम सब राजा है | मैं जो कह रहा था धीरे धीरे सामने आ रहा है | भारतीय को केवल रोटी ,कपड़ा मकान नहीं चाहिए बल्कि साथ में चाहिए उन्मुक्त हंसी | तानाशाही में ये उन्मुक्त हँसी छीन जाती है और तानाशाही वाले देशो का हाल तथा फौजी शासन वाले देशो का हाल सबके सामने है |

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