मंगलवार, 17 सितंबर 2013

भारत में एक महिला ने बाल खोल दिए तो भारत महाभारत में तब्दील हो गया । समय आज भी वही है एक बहन बेटी ने मुह खोलने की हिम्मत किया तो एक नकली अध्यात्मिक सत्ता भरभरा कर गिर गयी और लगातार गिरती जा रही है । बाल खोलना मुह खोलना ही होता है ,प्रतिरोध करना ही होता है हर जुल्म के खिलाफ ,हर गैरबराबरी के खिलाफ । जब भी किसी अनीति के खिलाफ हमारी बहन बेटी उठ खड़ी होगी तो महाभारत जरूर होगी ये उन्हें समझाना चाहिए । वैसे सभी की जिम्मेदारी है हर अनीति के खिलाफ उठ खड़े होने की ।

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