शुक्रवार, 27 सितंबर 2013

१९४७ से २०१३ आ गया देश को आज तक एक जवाब का इन्तजार है की आजादी की लड़ाई में हिन्दू महासभा और संघ के लोगो ने चाहे भगत सिंह और उनकी सेना रही हो ,चाहे सुभाषचंद्र बोस और उनकी सेना रही हो या दुनिया के सर्व स्वीकार महत्मा गाँधी किसी के साथ भी और इनसे अलग भी लड़ाई क्यों नहीं लड़ा उल्टे अंग्रेजो की मुखबिरी क्यों कर रहे थे ??
महात्मा गाँधी की हत्या क्यों किया ? और अब उनका नाम क्यों जप रहे है ? ये नया सवाल है ??

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