सोमवार, 16 सितंबर 2013

एक बार एक जगह बहुमत की सरकार आई दंगे करवाने और करोडो की संपत्ति नष्ट करवाने के बाद ,लोगो को मरवाने के बाद तो एक सविधान की शपथ लेकर उसे तोडा ,एक बेजान सी इमारत तोड़ी तो दुनिया के तमाम देशो में न जाने कितनी इमारते तुड़वा दिया जहा वो इक्का दुक्का थी ,देश का दिल तोड़ दिया और दुनिया की निगाह में हमारा सभ्य होने का गुरूर तोड़ दिया ।

दूसरी जगह बनी तो एक बडे  समाज से हत्याओ का खेल सत्ता द्वारा खेला गया , सत्ता प्रमुख अट्टहास लगता रहा और मौतों पर अफ़सोस के बजाय मुस्कराता रहा । एक बड़ा समाज मुस्कराना और स्वतंत्रता से जीना ही भूल गया ।

अल्पमत की एक सरकार बनी तो दुश्मन घर में घुस आया सरकार सोती रही और गरीब घर से आये हुए सैनिको ने जान देकर कारगिल नाम का घर बचाया । एक बड़े आतंकवादी को कंधार पहुँचाने गए देश के बड़े मंत्री और वो भी फ़ौज के जहाज में उनका मनोबल तोड़ने को और खाली हाथ नहीं गए सैकड़ो करोड़ रुपये लेकर गए उन्हें देने को ताकि वो देश में उस पैसो से आतंकवाद फैला सकें [ वकौल जसवंत सिंह उनके रक्षामंत्री जो कंधार गए थे ]

दुशमन संसद में घुस गया और उन्हें पता ही नहीं था सोते रहे ,फिर गरीब या किसान के बेटे जवानों ने अपनी जान देकर देश की इज्जत ,सत्ता ,और सार्वभौमिकता के प्रतीक की रक्षा किया ।

ढेर सारे होटल और सरकारी क्षेत्र की कम्पनियाँ औने पौने में बेच खाया ।

जो सैनिक शहीद हुए थे उनके कफन और ताबूत में भी पैसा खा गए ।

उनके रक्षामंत्री के घर में घूस की डील करते हुए देश ने देखा ।

उनके रास्ट्रीय अध्यक्ष को देश ने घूस खाते हुए टी वी पर पकड़ा ।

इनके लोग सवाल पूछने में घूस खाते पाए गए ।
 
और क्या बचा रह गया करने को ??

कही अगर बहुमत आ गया तो क्या होगा ,शायद भोली भाली जनता को कल्पना भी नहीं है ।

इसके लिए बहुत कुछ बताना होगा देश को और काली टोपी के रहस्य से लेकर हिटलर के कारनामो तक की कहानी बतानी होगी ।

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