1974 में जयप्रकाश जी ने कहा था की पुलिस और सेना को सत्ता बदल देना चाहिए और इसी बात को आधार बना कर इंदिरा जी ने आपातकाल लगा दिया था देश में | भारत की महान सेना जो किसी राजनीती में नहीं पड़ती और जब तक किसी आपदा के लिए बुलाया नहीं जाये केवल देश की सीमा की तरफ ही देखती है | क्या ऐसी महान सेना को किसी राजनीतिक मंच से राजनीति में घसीटना उचित है ???
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