मैं
भी चिंतन कर रहा हूँ और हर चितानशील व्यक्ति को चिंतन करना चाहिए की अचानक
गाँधी जी और पटेल जी की तरफ संघ की करवट का राज क्या है ?? कोई गहरी साजिश
निकलेगी | अटल जी को अलग दिखने के लिए एक सम्मलेन में बीजेपी ने कुछ शब्द
जोड़े थे पर उस सम्मेलन के बाद फिर अपने रंग में आ गयी थी यहाँ तक की अटल जी
को भी किनारे कर दिया होता पर उनकी स्वीकार्यता और ब्राह्मण हों उन्हें
बचा गया |
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