गुरुवार, 8 अगस्त 2013

जब हाजी मस्तान का पैसा फिल्म में लगा तो उसने अपने कोई सही सिद्ध करने को पहली बार खलनायक को नायक बताने वाली फिल्म बनवाया । उसने ये सिद्ध करने की कोशिश किया की वो गुनाहगार नहीं है बल्कि और भी गुनाहगार है ।
उसके बाद से तमाम  डकैत और महा चोर दूसरो को चोर और डकैत सिद्ध करने में लगे है जिससे केवल उनको गुनाहगार लोग न  समझे । और सबसे ज्यादा उन्हें जो उन्हें निर्द्वन्द डकैती ,लूट और चोरी नहीं करने देते है ।

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