रविवार, 11 अगस्त 2013

किसी संघी या भाजपाई पर कुछ कहा नहीं की सैकड़ो तीर ,तलवार और बम लेकर आप पर टूट पड़ते है । बचाओ अपने को । इनका असली सिद्धांत ही हिटलर वादी है जिसमे किसी को इनके खिलाफ बोलने की आजादी नहीं है बल्कि विचार की स्वतंत्रता को छीन लेना चाहते है ये । गैस चैंबर में दाल कर मार देने का इरादा है उनका अपने सभी विरोधियो को ।
महत्मा गाँधी को मारा आज बेशर्मी से उनके नाम का सहारा लेकर अपना चेहरा छुपाते है , सरदार पटेल ने संघ पर पाबन्दी लगाया था और जेल में ठूस दिया था तो उन्हें खूब गलिय दिया था अब उनकी फोटो लियी घूम रहे है । दीनदयाल उपाध्याय ने थोडा अलग रास्ता लेने की कोशिश किया तो उन्हें प--- । बलराज मधोक ने थोडा मध्यमार्गी होने की कोशिश किया तो उनका हश्र --- अटलबिहारी वाजपेयी ने मध्यमार्गी रास्ता अपनाया तो उन्हें भी किनारे लगाने की कोशिश किया पर ब्राह्मण वोट और अन्य पार्टियों में केवल उनकी स्वीकार्यता के कारन स्वीकार करना पड़ा ।
तो हम ऐसे लोगो की औकात ही क्या है । कई स्थानों पर मैं इनका धमकिया सुन चूका हूँ । पर जब तक जीवन है मेरे विचारो की स्वतंत्रता नहीं छीन सकता है मिलावट ,जमाखोरी ,मुनाफाखोरी करने वालो का ये संगठन । जय हिन्द ।

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