रविवार, 18 अगस्त 2013

एक बार देश की एक बड़ी पार्टी के नेता ने भाषण करते हुए कहा था की क्यों समस्या मानते है हम इसे ,ये पाकिस्तान बस एक जमीन का टुकड़ा ही तो है । आज ये टुकड़ा नासूर की तरह तकलीफ दे रहा है । दस दिन में बीस बार इसने सीमा की शांति भंग किया है और आज भी किया है ।
क्या ये छोटा सा टुकड़ा खरीदा जा सकता है या फिर इस पर जबरदस्ती हल या ट्रेक्टर चला कर जोत लो और बो लो । देखें क्या करते है वो नेता । और जिनकी आवाज वह सुनी जाती है जमीन का टुकड़ा उनके खेत से भी लगा है और उस जमीन वाला उनके खेत को भी रौंदता रहता है । पर वो भी दूसरे की तरह केवल भाषण देते है ,जबकि उनके पास भी ट्रैक्टर है ।
अब तो लगता है की जिसने सीमा पर खड़े होकर कहा था की मैं यहाँ खड़ा हूँ मेरे सामने ही जवाब दो । जब वो खेत का मालिक बनेगा तभी उस जमीन के टुकड़े की समस्या ख़त्म होगी । समझ गए न । जय हिन्द ।

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