शनिवार, 23 दिसंबर 2023

नेता जी और मेरा घर

पुरानी यादो से ---
ये फोटो मेरे घर की और जब कार्यकर्ता इतने करीब होता था नेता के तब मेरे निवास पर जमा मेरे लोग जो हाथ के इशारे से जहा थे वही चुपचाप जमीन पर ही बैठ जाते थे और बिना समय की पाबंदी के कार्यकर्ता अपनी बात सीधे कहता था और फिर नेताजी का सम्बोधन और ये हर दौरे मे होता था |
मेरी कोशिश हर दौरे में होती थी की कार्यकर्ता के साथ साथ विभिन्न वर्गों से मुलाकात हो और जिनके घर कोई सुख दुःख हुआ हो उस कार्यकर्ता के घर नेताजी को जरूर ले जाऊँ और ये होता भी जरूर था |

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