शुक्रवार, 29 दिसंबर 2023

समर्पण

जो कुछ भी लिख सका हूं वो मेरे दादा जी स्व बाबू पतरु राय ,  पिताजी  स्व डा पारस नाथ राय , माता जी स्व जगदम्बा राय और पत्नी स्व मंजुला राय को समर्पित ।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें