भारत मे जहा सबको जमीन खरीदने की आज़ादी है और बसने की आज़ादी है वो इलाके बदहाल क्यो ? वहा भुखमरी , गरीबी , बेरोजगारी क्यो ? किसान और लोगो की आत्महत्या क्यो ?
उत्तर प्रदेश मे आप दलित की जमीन नही खरीद सकते तो तमाम प्रदेश मे आदिवासी की और बहुत से प्रदेश मे किसी की भी ।
गुजरात की ही इतना खुशहाल बना देते की 40 फुट की सीढ़ी नही होने से 23 बच्चे नही मरते और गोरखपुर मे तथा जिस बिहार मे लम्बे समय स्वास्थ्य मन्त्री आप का रहा वहा आक्सीजन बिना सैकड़ो नही मरते ।
समाज हो या सरकार, आगे तभी बढ़ सकते हैं, जब उनके पास सपने हों, वे सिद्धांतों कि कसौटी पर कसे हुए हो और उन सपनों को यथार्थ में बदलने का संकल्प हो| आजकल सपने रहे नहीं, सिद्धांतों से लगता है किसी का मतलब नहीं, फिर संकल्प कहाँ होगा ? चारों तरफ विश्वास का संकट दिखाई पड़ रहा है| ऐसे में आइये एक अभियान छेड़ें और लोगों को बताएं कि सपने बोलते हैं, सिद्धांत तौलते हैं और संकल्प राह खोलते हैं| हम झुकेंगे नहीं, रुकेंगे नहीं और कहेंगे, विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊँचा रहे हमारा|
सोमवार, 5 अगस्त 2019
बाकी भारत बदहाल क्यो
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें