भारत मे शायद 200के आसपास #रामायण लिखी गयी है
क्या सबको जोड़कर कोई एक बनायी गयी है जिसमे जो सबमे एक समान है वो हो
और
वो भी हो जी सबमे अलग अलग है ।
और अभी तक नही हो तो इसके ज्ञनियो को ऐसा बडा काम करना चाहिये ।
कोई हो तो बताईये , पढ़ना चाहता हूँ और सबको पढ़ना चाहिये ।
ज्ञान की व्यापकता आयेगी ।
समाज हो या सरकार, आगे तभी बढ़ सकते हैं, जब उनके पास सपने हों, वे सिद्धांतों कि कसौटी पर कसे हुए हो और उन सपनों को यथार्थ में बदलने का संकल्प हो| आजकल सपने रहे नहीं, सिद्धांतों से लगता है किसी का मतलब नहीं, फिर संकल्प कहाँ होगा ? चारों तरफ विश्वास का संकट दिखाई पड़ रहा है| ऐसे में आइये एक अभियान छेड़ें और लोगों को बताएं कि सपने बोलते हैं, सिद्धांत तौलते हैं और संकल्प राह खोलते हैं| हम झुकेंगे नहीं, रुकेंगे नहीं और कहेंगे, विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊँचा रहे हमारा|
मंगलवार, 13 अगस्त 2019
सब रामायण मिला दे
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें