सोमवार, 5 अगस्त 2019

लोकतंत्र

लोकतंत्र का मूल आधार है बहस , संवाद और असहमती का भी सम्मान
पर
अब असहमति और संवाद को खत्म किया जा रहा है
और
संवाद ,सवाल तथा असहमति को देशद्रोह करार दिया जा रहा है ।

तानाशाही की पदचाप सुनने के लिए साहस और असहमति का जज्बा चाहिये ।
बाकी सब बापू ,भगत और सुभाष को मुबारक ।

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