शुक्रवार, 7 अगस्त 2015

किसी भी भ्रस्ताचार से बड़ा धर्म और जाति के आधार पर घृणा और नफरत तथा उपेक्षा का भ्रस्ताचार है क्योकि ये मानवता पर और मानव की स्वाभाविक स्वतन्त्रता पर जबरदस्त हमला है ।

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