शुक्रवार, 7 अगस्त 2015

कबीलों और जंगल के कानून को छोड़ दें तो दुनिया के किसी भी कानून में दादा परदादा के द्वारा किये गए अपराधो या उनके अन्य कर्मो का दोषारोपण पोते और परपोते पर नहीं किया जाता और न उसके लिए उन्हें सजा दी जाती है ।
तो फिर पता नही मेरे दादा और परदादा ने कुछ गलत किया भी था नहीं पर मुझे दोषी ठहरा कर उन दोषों की सजा क्यों दी जाये आज जबकि मैं तो कुछ भी गलत नहीं कर रहा हूँ ।
क्या इसी तरह सभी राजाओ के वारिसो और जिस जिस ने कुछ भी कभी गलत किया था उनके वारिसो को ढूढ़ कर उन्हें सजा देने का भी कभी मांग और अभियान चलेगा मेरे देश में पढाई का स्तर बढ़ने के साथ और सत्ता तथा प्रशासन में ताकत मिलने के साथ ।

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