बुधवार, 9 अक्तूबर 2013

देश की सत्ता पार्टी के नेता है और उन्हें भविष्य का नेता बना कर पेश किया जा रहा है | आज उनकी दो सभाएं थी पहले भी बहुत की है | क्या उनका भाषण किसी को अच्छा लगता है ? क्या ऐसा लगता है की भारत जैसे देश का नेता बोल रहा है ? क्या कोई सपने दिखते है ? क्या वे सपने हिंदुस्तानियत के सिद्धांतो पर कसे हुए दिखते है ? क्या सपनों के प्रति कोई संकल्प दिखता है ?
पता नहीं पूजीवादी ताकते ऐसे ही दो लोगो को आमने सामने खड़ा कर पूरे देश को इन्ही दो खेमो में बाँट क्यों देना चाहते है ?

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