मंगलवार, 1 अक्तूबर 2013

मानव जीवित रहेगा तो समाज भी रहेगा ,देश भी रहेगा और तभी जातियां रहेंगे और धर्म रहेंगे| जब लोग जीवित रहेंगे तभी कोई मंदिर में दिया जलाएगा और घंटी बजाएगा , मस्जिद में अजान होगी गुरद्वारे और चर्च में प्राथना होगी |
इंसान जीवित रहेंगे तभी रामायण और गीता पढ़ी जाएगी ,तभी कोई कुरान पढ़ेगा ,तभी कोई बाइबिल पढ़ेगा ,तभी कोई गुरुग्रंथ साहब का पाठ करेगा |
जब किसी मस्जिद में अजान होती है तो पास के किसी मंदिर की कोई ईंट नहीं हिलती और जब मंदिर में आरती होती है तो किसी मस्जिद की ईंट नहीं हिलती | सभी धर्म स्थलों के साथ यही है |
जब अलग धर्मो के ईश्वरों को एक दूसरे से अदावत नहीं है तो उनके मानने वालो को क्यों |

इसलिए इंसान को जिन्दा रहने दो |

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