शनिवार, 12 अक्तूबर 2013

मैं बड़ा दुखी हूँ की लोगो का दिल टूटा जे पी के आन्दोलन के बाद ,, फिर वी पी सिंह के सरकार में आने के बाद लोग ठगा महसूस करने लगे ,,, फिर अन्ना , केजरीवाल ,रामदेव इत्यादि के पीछे लोग पगला गए और हम जैसे लोग जो उसकी असलियत बता रहे थे उन्हें सिर्फ गली ही नहीं दिया बल्कि कुछ भी करने को उतारू हो गए और परिणाम वाही निकला जो मैं लगातार कह रहा था |
दुखी इस बात पर हूँ की ऐसे लोग फिर मुझे बहुत गलिया दे रहे है बल्कि धमकियाँ भी ,, एक ने तो यहाँ तक धमकी दे दिया की ,,, जब गाँधी को नहीं छोड़ा तो तू क्या चीज है ?/ फिर से आप सभी का दिल जोर से टूटेगा दोनों तरह | दोनों तरह की व्याख्या अलग से |

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें