गुरुवार, 27 नवंबर 2014

हुजुर आप को तकलीफ है की आप देश के लिए मर नहीं पाए आज़ादी की लड़ाई में इसलिए देश के लिए जीना चाहते है ।
पर थोडा सा इतिहास पर नजर डाल लीजियेगा कि आज़ादी की लडाई के समय आप का मात्री संगठन भी था और आप के आदर्श तथा आप की विचारधारा के आप के बहुत से नेता भी थे पर तथ्य ये है की उन लोगो ने आज़ादी की लडाई में हिस्सा लेने के स्थान पर उस लडाई का विरोध ही नहीं किया बल्कि मुखबिरी कर के आज़ादी की लडाई लड़ने वालो को जेल भिजवाया और सजा दिलवाया और मरवाया ।
क्या गारंटी है की आप तब रहे होते तो अपने आदर्शो वाला ही काम नहीं किया होता ??
देश के लिए जीने पर सवाल अभी छोड़ देता हूँ ।

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