गुरुवार, 27 नवंबर 2014

प्रतिदिन करोडो लोग किसी न किसी से मिलते है पर कुछ लोग अपनी मुलाकात का भी प्रचार करते है और पता नहीं इस प्रचार के लिए क्या क्या करते है ।
वर्ना किसी को क्या पता की किस गाडी में कौन किस घर या दफ्तर में घुसा ?
ये प्रचार की भूख बीमारी है या धंधे के लिए जरूरी है ?

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