गुरुवार, 4 अप्रैल 2013

जिसने भी पुलिस या किसी तंत्र का इस्तेमाल अपने विरोधियो को डराने ,फंसाने और उन पर मुकदमे लगाने की शुरवात किया उसने लोकतंत्र का बहुत अहित किया है जो अक्षम्य है ।फिर तो उसने दूसरो को भी विरोधियों के उत्पीडन का रास्ता दिखा दिया । ऐसे तो एक दिन या तो लोकतंत्र ख़त्म हो जायेगा या जनता ऐसे लोगो को ख़त्म कर देगी । सभी को इसका ध्यान भी रखना होगा अगर देश में लोकतंत्र को बचाना और बढ़ाना है ।

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