जब मुलायम सिंह बोलने खड़े हो गए थे पर मेरी गाड़ी देखकर बैठ गए ।
वो दौर संघर्ष का दौर था । अयोध्या में गोली चलने के बाद हम लोग बुरी तरह हार गए थे और संघ मुलायम सिंह यादव के प्रति जनता में नफरत फैलाने में कामयाब हो गया था । मैं पार्टी का महामंत्री थी और प्रवक्ता भी । विशेषकर आगरा मंडल जिसमे अलीगढ़ मंडल भी था उसकी मेरे ऊपर खास जिम्मेदारी थी और इटावा के कार्यक्रमों में भी रहना होता था। यूं तो देश मे और प्रदेश में जहा भी मुलायम सिंह यादव जी का कार्यक्रम होता मुझे साथ जाना होता था और अब कुछ मीडिया में ठीक से छप जाए ये सुनिश्चित करना होता था ।तब टीवी नही बस अखबार थे। आगरा से 100 किलोमीटर तक जहा भी कार्यक्रम होता आगरा के अखबारों ने मेरे लिए इतना कर दिया था की या तो अपना फोटोग्राफर और रिपोर्टर दोनो मेरे साथ भेज देते थे अन्यथा केवल फोटोग्राफर भेज देते तथा समाचार मैं हेडिंग और कामा फुल स्टॉप सहित जितना भी लिख देता था पूरा प्रमुखता से छाप देते थे । इसके अलावा पूरे प्रदेश के साथ इन सभी जिलों में मेरे बड़ा बड़ा बयान छपता रहता था ।मेरे भाषणों का क्रेज भी था पार्टी के लोगो। और जनता में तथा सभी कार्यक्रमों में मेरा भाषण मुलायम सिंह जी से पहले जरूर होता था ।
हम लोग तिनका तिनका कर पार्टी को खड़ा कर रहे थे दुबारा से । ऐसे ही एक प्रयास में फिरोजाबाद के जसराना के जी बाद में कई बार विधायक बने रामवीर सिंह यादव और उनके बड़े भाई पार्टी में शामिल होने वाले थे । दोनो भाई मेरे पिता जी के बी एड में छात्र रहे थे तथा उनका एक इंटर कालेज भी था ।
अगर मुझे ठीक से याद है तो उस जगह का नाम संभवतः पैढत है जहा इन भाईयो और उनके समर्थकों को पार्टी मे। शामिल कराने के लिए सभा रखी गई थी । सभा में मुलायम सिंह जी को शामिल होना था। मुझे हमेशा की तरह परिकारो के लेकर पहुंचना था ।सभा में मुलायम सिंह जी के आने के पहले ही जो। बोलने वाले थे बोल चुके थे और मुलायम सिंह जी भी थोड़ा जल्दी आ गए थे । पत्रकारों को एकत्र करने में उस दिन थोड़ा समय लग गया और रास्ते में एक एक्सीडेंट होने के कारण कुछ देर रास्ता बंद था तो मुझे सभा स्थल तक पहुंचने में थोड़ा समय लग गया ।
सभा का संचालन सांसद और देश के जाने माने कवि उदय प्रताप सिंह जी कर रहे थे । ज्वाइन करने वाले दोनो भाईयो ने बस मुलायम सिंह यादव जी का स्वागत किया था और उसके बाद कुछ कविता सुना कर उदय प्रताप सिंह जी ने मुलायम सिंह जी को हजारों की भीड़ को संबोधित करने को बुला लिया था । मुलायम सिंह जी माइक पर खड़े होगे तब तक मेरी गाड़ी मंच के बाई तरफ सड़क पर पहुंच चुकी थी । मेरी गाड़ी देखते ही मुलायम सिंह जी माइक छोड़कर फिर मंच पर बैठ गये बस इतना बोल कर की सी पी राय आ गए । पहले उनको बुलवा दो तब हम बोलेंगे । उदय प्रताप सिंह माइक पर आए और उन्होंने कहा की जिनके नाम से पूरे। क्षेत्र क्या प्रदेश में पार्टी पहचानी जाती है ,हो रोज अखबारों में खुद भी छाए रहते है और उनके कारण पार्टी छाई रहती है वो सी पी राय गए है । कृपया थोड़ा जल्दी मंच पर पहुंचे और नेता जी से पहले सभा को संबोधित करे । मैं तेज चलता हुआ मंच पर पहुंच गया और फिर मेरा भाषण तथा उसके बाद मुलायम सिंह जी का भाषण हुआ ।
बगल में ही इंटर कालेज था । वहा खाने का इंतजाम था और वही मेरे साथ आए पत्रकारों से मुलायम सिंह जी की वार्ता हुई । फिर मुलायम सिंह जी के साथ शिकोहाबाद क्षेत्र के उनके मूल निवास पर हम लोग गए । वहा पहली बार पता लगा की मुलायम सिंह जी सैफई के नही बल्कि इस गांव के मूल निवासी है और यहां से सैफई गया उनका परिवार ।
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