शुक्रवार, 17 जून 2011

साईं बाबा के अपने कमरे से करोडो का सोना करोडो की चाँदी करोडो के हीरे जवाहरात

साईं बाबा के अपने कमरे से करोडो का सोना करोडो की चाँदी करोडो के हीरे जवाहरात और इतना रूपया जो पांच जीपों में भरकर बैंक गया मिला  | दोस्तों जो समाज से कहते है भगवन में ध्यान लगाओ बाकि सब मिटटी है फिर उन्ही को इतनी मिटटी अपने कमरे में इकट्ठा करने की क्या जरूरत पद गयी ? या ये दोहरे चरित्र और दो मुह ,दो जबान का मामला है ? क्या इन स्वामियों इनके मंदिरों और सभी धर्मस्थलो के लिए भी कोई लोकपाल बनाया जाये ? क्या इन्हें नंबर दो का पैसा देने वाले सारे व्यापारियों के लिए भी कोई लोकपाल बनाया जाये ? क्या इनका मुद्दा भी अन्ना और रामदेव जैसे लोग उठाएंगे ? क्या सरकार इनके मानने वालो के वोट की परवाह नहीं करते हुए इन स्थानों पर जमा काले धन को निकालने का भी कोई अभियान चलाएगी ? दोस्तों एक बार फिर बाबाओ के बारे में उनकी असलियत के बारे में सोचना जरूर| १- लोगो को २०० साल की जिंदगी देने का दावा करने वाला ५ दिन में ही अस्पताल चला गया और खुद अपने दावो के विपरीत आयुर्वेद का नहीं बल्कि अंग्रेजी दवाओ का इलाज करवा रहा है | क्या इससे बड़े बाबा मनमोहन सिंह नहीं जिन्होंने अपने गंभीर इलाज के लिए विदेश जाने और बड़े प्राईवेट अस्पताल में भारती होने से इंकार कर एम्स में इलाज करवाया | २ - अब ये जो अपनी भभूत से लोगो की जन बचाने का दावा करते थे अपनी जिंदगी के लिए साधारण मनुष्यों पर आश्रित हो गए और चले भी गए | जाने के बाद ये भी सामने आ गया की आम लोगो की तरह इन लोगो को भी धन दौलत की कितनी भूख है ? क्या ये दौलत इन्होने सरकारी विभागों के सामने प्रकट किया था ? क्या आयकर और अन्य कर दिया था ? यदि नहीं दिया तो इन लोगो को किस श्रेणी में रखा जाये ? क्या इन्हें भी हम उन्ही शब्दों से संबोधित कर सकते है जिससे अन्य लोगो को करते है ? आइये ईमानदारी से इस बहस में भाग लीजिये ,देखते है कितने लोग जागरूक है तथा हिस्सा लेते है ? ये भी देखना है की अन्ना की टीम इस विषय पर कुछ बोलती है या नहीं ? जय हिंद |

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