बुधवार, 1 अक्तूबर 2014

प्रधान प्रचारक जी आप अभी तक केवल भाषण कर रहे है और भाषण भी बहुत उथला होता है। अब करना कब शुरू करेंगे ।देश इन्तजार कर रहा है ।
आज भी सयुक्त रास्त्र संघ में अपनी अज्ञानता को छुपाने के लिए ऐसी ऐसी बाते कही जिसमे वहां बैठे हुए लोगो की कोई रूचि नहीं थी ।दिख रहा था की लोग ऊब रहे है ।कही का ईंट कही का रोड़ा टाइप का भाषण था और क्या नागपुर ने आदेश दिया था योग जैसी बाते करने के लिए ।क्या मतलब उन लोगो का ।
भारतीय लोगो को तो ताली बजाना ही था और खत्म होने पर खड़े होकर भी बजाना था ।पर अगर अन्य लोग भी खड़े होते तो बात होती ।
मीडिया के दोस्तों आप लोग तिल का ताड़ बना कर दिखाने की कोशिश कर रहे है और कुछ ऐसा बताने की कोशिश कर रहे है की कुछ अभूतपूर्व हो रहा है ।ये आप की अज्ञानता के कारण है या फिर कुछ और कारण है इसके पीछे ये चर्चा हो रही है अब जनता में ।
आप हवा तो बनाते हो पर उसकी सच्चाई दूसरे लोग खोल देते है अन्य माध्यमो से ।
आप की तथास्थाता तथा विश्वसनीयता भी जरूरी है भारत के लोकतंत्र के लिए प्लीस उसे बचाए रखिये वरना एक खम्भा जनता के लिए बेमायने हो जायेगा ।
और प्रधान प्रचारक जी घूमना फिरना तो बहुत हो गया अब वादे पूरे करने पर भी कुछ समय दीजिये ।और जो बड़ी बड़ी बाते किया था कुछ उसका भी मुजाहिरा हो जाये ।
अब आप के भाषण बोर करने लगे है ।

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