रविवार, 19 फ़रवरी 2023

दुनिया में युद्ध क्यों और हथियार क्यों ?

यूक्रेन के युद्ध ने ये बता दिया कि यदि बड़ी ताकते और हथियार आमने सामने है तो इस्तेमाल होने वाले कंधे चाहे कितने भी कमजोर हो युद्ध जीत हार के लिए नही बल्कि सिर्फ बरबादी के लिए लड़े जाते है 
यू तो अमरीका रूस और चीन ने भी कहा जीता संपूर्णता से युद्ध और किस देश पर काबिज होकर रह पाया ? हा बर्बाद करके और कुछ खुद भी बर्बाद होकर चले ही गए ।
ऐसा भी हुआ है इतिहास में की देश और ताकत छोटी ही सही पर वहा की आवाम और स्त्री बच्चे तक ठान कर निकल पड़े तो महाशक्ति अमरीका तक को दुम दबाकर भाग जाना पड़ा ।
देश चाहे जीते या हारे पर युद्ध को तो एक दिन खत्म होना ही पड़ता है और एक दिन युद्ध वाली ताकते या तो बहाना बना कर वापस चली जाती है या वार्ता की मेज पर  बैठ जाती है ।
लेकिन एक सच अटल है की मानवता मर जाती है । मांगे और कलाइयां सुनी हो जाती है ,ना जाने कितने घर अनिश्चित काल तक के लिए अंधेरे में डूब जाते है ,ना जा कितने बच्चे अनाथ हो जाते है ,ना जा कितने घर ,बस्तियां और शहर तथा गांव उजड़ जाते है ।
युद्ध का अंतिम और क्रूर सत्य तो यही है ।
फिर युद्ध क्यों ? क्या हासिल होता है युद्ध से ? बस हथियार बनाने वालो के कारोबार के लिए क्यूं हो युद्ध ? युद्ध इस बात के क्यों न हो की किसी भी हालत में नही होगा युद्ध ,किसी भी हालत में कही भी नही चलेगा कोई हथियार , खत्म कर दे पूरी दुनिया से सब हथियार इसके लिए हो जाए पूरी दुनिया में कोई अहिंसक युद्ध । 
आइए युद्ध शब्द को ही मिटा दे दुनिया के सभी शब्दकोश से ,सभी की याददाश्त से , सभी के दिमाग से ।
और बस मानवता की रक्षा ,मानवता का भला ,मानवता की हर तरह से सुरक्षा और मानवता के भविष्य और विकास की प्रतियोगिता और बढ़ चढ़ सहयोग को ही मान ले पूरी दुनिया अब से अनंत काल तक का नया युद्ध ।

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