रविवार, 25 मई 2025

जिन्दगी_के_झरोखे_से

#जिन्दगी_के_झरोखे_से

 4/5 नवम्बर 1992 को जब #मुलायम_सिंह यादव समाजवादी पार्टी के लखनऊ के बेगम हजरत महल पार्क मे आयोजित स्थापना सम्मेलन मे पार्टी के राश्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिए गए उस वक्त की पहली माला और पहली फोटो ।
इस सम्मेलन मे काफी महत्वपुर्ण जिम्मेदारियां  थी मेरे ऊपर इसलिए मंच पर सिर्फ 4 बार ही आ पाया । पहला उद्घाटन के समय , दूसरा जनेश्वर जी के प्रस्ताव पर बोलने के लिए और तीसरा अध्यक्ष के चुनाव के वक्त और चौथा समापन भाषण और राष्ट्रगान के समय ।।
उस सम्मेलन मे समाजवाद पर मैने जल्दी जल्दी मे एक छोटी सी पुस्तिका लिख कर छपवा दिया था जिसकी कीमत संभवतः 4 या 8 आना ही थी शायद और वो करीब करीब सारी किताब लोगो ने खरीद लिया था । 
आसाम ,तमिलनाडू, केरल ,आन्ध्र प्रदेश ,कर्नाटक,
महारास्ट्र गुजरात ,उड़ीसा ,बिहार ,मध्य प्रदेश, राजस्थान , हरियाणा ,दिल्ली और उत्तर प्रदेश से लोग आये थे उस सम्मेलन मे जिसमे मुलायम सिंह यादव सहित तीन पूर्व मुख्यमंत्री थे और बहुत बड़े बड़े नाम वाले नेता शामिल हुये थे ।
पर हम उन्हे सब को सम्हाल कर रख नही पाये या हमारी छोटी और थोडी ही दूर तक की सोच उन्हे नही रख पायी वैसे परिवार के एक आदमी का खराब व्यवहार और अहंकार भी इसका एक कारण मान सकते है ।

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