देश में बहुत से धर्मस्थल अगल बगल बने है है |
दुनिया का किसी भी धर्म का कोई सिद्ध या हिन्दुओ का कोई ठेकेदार मुझे कभी दिखा दे की किसी एक धर्मस्थल की किसी आवाज ,अजान ,कीर्तन ,गुरुवाणी ,या घंटे घड़ियाल से दूसरे धर्मस्थल की अगर कोई ईंट जरा भी हिलती हो तो मैं उसका गुलाम हो जाऊंगा |
दुनिया का किसी भी धर्म का कोई सिद्ध या हिन्दुओ का कोई ठेकेदार मुझे कभी दिखा दे की किसी एक धर्मस्थल की किसी आवाज ,अजान ,कीर्तन ,गुरुवाणी ,या घंटे घड़ियाल से दूसरे धर्मस्थल की अगर कोई ईंट जरा भी हिलती हो तो मैं उसका गुलाम हो जाऊंगा |
अगर इन अलग अलग नाम से पुकारे जाने वाले भगवानो को आपस में कोई दिक्कत नहीं है तो फिर तुच्छ इंसानों को क्या दिक्कत है ??
सवाल अपने अपने धंधे का है केवल |
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