शुक्रवार, 30 सितंबर 2011

क्या आगरा की टूटी सड़कें ठीक हो पाएंगी कभी ? वैसे इन सडकों का एक फायदा भी है की गरीबों को अस्पताल नहीं पहुंचना पड़ता ,उसके पहले ही गरीब की पत्नी साईकिल पर हो या रिक्शे पर इन गड्ढों के असर से उसका बच्चा कही भी पैदा हो जाता है | मानना पड़ेगा की गरीबों के राज में एक काम तो उनके लिए हुआ ही है | क्या आगरा कभी साफ पानी पिएगा ? २९ लोग सप्लाई का पानी पीकर एक बार मर चुके है और उनके परिवारों को न्याय आज तक नहीं मिला | कांग्रेस सरकार में बैराज का शिलान्यास हुआ था ,आज २५ वर्ष बीत गए, नहीं बन सका | क्या आगरा को बिजली की किल्लत से छुट्टी मिलेगी ? कुछ व्यापारियों को पता नहीं कितने करोड़ लेकर व्यवस्था सौंप दी गयी ,बड़े बड़े वादे किये गए ,पर मिला क्या ? मोटा बिल ,उत्पीडन और बिजली का हाल वही ढाक के तीन पात | पहले से भी बुरी हालत है | कहा गए बड़े बड़े वादे करने वाले ? क्या आगरा को कोई कारखाने मिलेंगे ?आगरा के युवकों को रोजगार के अवसर मिलेंगे ? अंतररास्ट्रीय हवाई अड्डा मिलेगा ? अंतररास्ट्रीय स्टेडियम मिलेगा ? हाईकोर्ट मिलेगा ?कुछ ऐसे सरकारी दफ्तर मिलेंगे की भारत की राजधानी रहे इस अंतररास्ट्रीय शहर के साथ न्याय हो सके और आगरा सर उठा कर कह सके की मै आगरा हूँ और आगरा गूंगा नहीं है ,आगरा बोलता है | जय हिंद |

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