सोमवार, 8 अगस्त 2011

क्या ये हो सकता है ?

दोस्तों १- यदि वायदा कारोबार आज रात से सरकार बंद कर दे तो सुबह होते ही सभी चीजों के दाम २०% से ४०% तक कम हो जायेंगे |२- यदि ये आदेश जारी हो जाये की किसान के खेत से जिस भाव आया है या जिस लागत पर कारखाने में बना है उससे कितना ज्यादा भाव पर बिक सकता है यानि हर सामान का दाम और मुनाफा निर्धारित होने का कड़ा कानून बनाना चाहिए |३ - सभी सामानों का रेट प्रकाशित होना चाहिए | ४ मुनाफाखोरी,जमाखोरी,कड़े दंड वाले अपराध होने चाहिए और मिलावटखोरी तथा नकली दावा या कोई सामान बनाना देशद्रोह की श्रेणी में आना चाहिए |५ - जिस भी किसी चीज का निर्माण हो सड़क ,पुल या कोई भी बिल्डिंग उसकी उम्र तय होनी चाहिए मानकों के अनुसार ,यदि उसके पहले ख़राब हो जाये तो बनाए वाला उस उम्र तक बनाने को जिम्मेदार हो तथा उसे और उस काम में शामिल अधिकारी हो ,अभियंता हो या कोई भी हो वे सभी दंड के भागीदार हो |६- सरकारी दफ्तरों की संख्या घटाई जाये | ७ - ऐसी व्यवस्थाएं बने की जनता को दफ्तरों में जाने की जरूरत न पड़े और यदि सरकारी शुल्क जमा करना हो तो आप स्वयं जमा कर रसीद रख ले यह पर्याप्त हो | ७- मकानों के नक़्शे सही है या नहीं इसके लिए आप का आर्किटेक्ट और आप जिम्मेदार हो |८-एक निश्चित समय पर बढ़ने वाली चीजो का समय १० से २० साल तक बढाया जाये तथा उसका शुल्क जमा कर आप रसीद रख लें यही पर्याप्त हो|९- हथियार का लाइसेंस या पासपोर्ट पाना आप का अधिकार हो | १०- जब सचमुच आप गलत पाए जाये तथा सिद्ध हो जाये तभी आप को किसी दफ्तर जाना हो या निश्चित दंड की धनराशी जमा कर आप सरकारी लोगो की शक्ल देखने और शोषण से बच जाये|यदि ऐसा हो जाये तो भारत की जनता कितनी सुखी हो जाये ?और सरकारी दफ्तरों तथा कर्मचारियों की फ़ौज भी घट जाये |११- जैसे लोग फ्लैट या छोटे घर में रहते है वैसे ही प्रधानमंत्री ,राट्रपति ,उप राष्ट्रपति इत्यादि को छोड़ कर बाकि सभी नेता हो या अधिकारी सबके पद के अनुसार एक ही परिसर में जिले से दिल्ली तक लोगो को फ्लैट और घर मिले | ऐसे बहुत से तरीके हो सकते है सुधार के ,सरलीकरण के ,जनतंत्रीकरण के |
क्या विचार है दोस्तों ?क्या कोई सुझाव आप अच्छा लगा और भी आप लोगो के विचार हो सकते है |विचार शुरू होता है तो कभी पूरा भी होता है |












कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें