शुक्रवार, 30 अक्तूबर 2020

तिलक_तराजू_और_तलवार

#तिलक_तराजू_और_तलवार 
इनको   मारो   जूते    चार 
कहते कहते कब तराजू मे दौलत तौलने लगी , कब तिलक को माथे से लगा लिया और कब भ्रष्टाचार की तलवार से अपना ही अंग भंग कर लिया पता ही नही चला ।
अब झूले मे सो जाना ही नियति है ।
बस यूँ ही ।

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