सोमवार, 16 दिसंबर 2013

देश के संविधान में ये संशोधन कब हुआ की लोकतंत्र में जनप्रतिनिधि और राजनैतिक कार्यकर्त्ता केवल प्यादे होंगे जो हर बुराई की गाली सुनने का काम करेंगे और असली राज नौकरशाह चलाएंगे ????? मैं पढ़ नहीं पाया |
ये संशोधन कब होगा की नौकरशाह अनुबंधित होंगे और उनकी जवाबदेही भी होगी और उसके आधार पर उनकी नौकरी चलेगी ||||
मैं तो सोच रहा हु की शर्म के मारे राजनीति ही छोड़ दूँ और वो काम करूँ जहा सब सर झुकाते है ,,, क्या ? बताऊंगा |

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