रविवार, 10 जनवरी 2021

आर एस एस और भाजपा के नाम आम भारतीय का पत्र

आरएसएस और भाजपा के नाम एक आम भारतीय का पत्र 

आदरणीय 

आडवाणी जी से मोदीजी तक हम किसी को देशद्रोही नही मानते ,तब भी नही माना जब आडवाणी जी ने पूरे देश को दंगे और नफ़रत की आग में झोंक दिया था हाँ शांति भाईचारा और संविधान विरोधी माना 
गुजरात जला पर किसी ने मोदी जी को देशद्रोही नही कहा पर इंसानियत द्रोही कहा 
बिना बुलाए पाकिस्तान जाने पर भी देशद्रोही नही कहा और न पुलवामा पर 
चीन को दे दिया १३०० वर्ग मील ज़मीन चुपचाप पर फिर भी किसी ने देशद्रोही नही कहा 
नोटबंदी की बर्बादी , जीएसटी का तमाशा , १५ लाख , दो करोड़ नौकरी , आधार , एफ डीआइ , पेट्रोल की क़ीमत , १०० दिन में काला धन , १०० दिन में महगाईं ख़त्म , १०० दिन में विशेष अदालत इत्यादि इत्यादि सैकड़ा मुद्दों का भूल जाना ,असत्य साबित होना और पलटू हो जाना पर भी हम आलोचना करते है और करते रहेंगे क्योंकि ये हमारा अधिकार भी है और लोकतत्र की तथा देश की रक्षा के लिए कर्तव्य भी पर देशद्रोही नही कहेंगे आप को अयोग्य और असफल और वादाद्रोही तो ज़रूर कहेंगे 
हा कहते है हम देशद्रोही इस पूरी जमात को आज़ादी की लड़ाई में इसकी ग़द्दारी वाली और अंग्रेज़परस्त भूमिका के लिए 
फिर भी सत्ता सौंप दी देश ने कि तब जो भी किया पर अब आओ आप भी भारत में कुछ नया सकारात्मक योगदान दो 
पर एक बार भी नही दे पाए और देश ने बुरे परिणाम पहले भी भोगे और अब भी भोग रहा है 
लड़ायी है हमारी इस बाटने वाली सोच से , लोकतन्त्र और संविधान विरोधी इरादे से , हर रोज़ की तमाशेबाज़ी से और तानाशाही प्रवृति से और केवल हम रहे बाक़ी सबको ख़त्म कर दे के इरादे से । 
और पहले जो कहा और उसका सब उल्टा कर रहे हो इस दोगलेपन से 
पर फिर भी हम आरएसएस या भाजपा और उसके लोगों को देशद्रोही न कहते है न कहेंगे 
क्योंकि सब हमारे भारत के बेटे है और ज़िम्मेदार या ग़ैर ज़िम्मेदार ही सही नागरिक तो है 
और इस नाते जो ज़्यादा बड़े है आडवाणी और जोशी जैसे लोग उनसे मिलने पर हम उन्हें पिता तुल्य सम्मान ही देंगे और मोदी जी से लेकर आसपास की उम्र वालो को बड़े भाई का सम्मान ही देंगे 
लेकिन हम आप को चीन का दोस्त पाकिस्तान का दोस्त और देशद्रोही बिलकुल नही कहेंगे 
और लड़ते भी रहेंगे की सम्हल जाओ , सुधर जाओ , संविधान और इस लोकतंत्र को स्थाई और सच्चाई मान कर स्वीकार कर लो और स्वीकार कर लो कि देश अब पाँच हज़ार साल पीछे नही जा सकता बल्कि औरों से पहले सौ साल आगे ले जाना है 
और अब जनता ने ही अगर मौक़ा दे दिया है तो इसके लिए काम करो और एक देश सबका है सबको मिला कर सबको लगा कर इस लक्ष्य की तरफ़ बढ़ो 
क्योंकि आप थोड़ा विचलित हो सिद्धांतों से हक़ीक़त से यथार्थ से 
पर देशद्रोही नही हो 
आओ चाचा लोगों और भाई लोगों बर्बाद करने के बजाय देश को बचाए और देश कि आगे बढ़ाए और जहाँ तक पहुँचाया है पिछली सरकारों से उससे कुछ आगे बढ़ाए । 
आप का मन आप जय श्री राम बोलो 
पर मुझे जय सिया राम बोलने दो 
आप का मन आप भारत माता की जय बोलो 
पर मुझे जय हिंद बोलने दो ।

उम्मीद करता हूँ कि इस पत्र पर क्रोधित हो एक साधारण भारतीय पर मुक़दमा नही ठोकोगे 

शुभकामनाओं के साथ 

आप लोगों घोषित देशद्रोही 

आप के भारतीय भाई ।

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