नव_वर्ष_मुबारक हो और आप सबकी जिंदगी में खुशहाली लाये |
क्यों कहू मैं जब तय नहीं है की इस साल कोई तूफ़ान नहीं आएगा ,,
जब तय नहीं है की कोई किसी को नहीं रुलाएगा ,
जब तय नहीं है की इस साल कोई सुनामी नहीं आएगी ,
जब तय नहीं की इस साल कोई लड़की निर्भया नहीं कहलाएगी ,
जब तय नहीं है की नकली दूध और दवा मौत का सामान नहीं बनेगी ,.
जब तय नहीं है की की जाती और धर्म में नफरत की छतरी नहीं तनेगी ,
जब तय नहीं है कोई मुजफ्फरनगर , शामली आतंक नहीं फैलायेगा ,
तय नहीं की कोई अफवाह पर दादरी नहीं बनाएगा ,
तय नहीं की दहेज़ के लिए हत्या नहीं होगी
और
कोख में बेटियां नहीं मरेंगी
और
सड़क चलते बेटियां नहीं डरेंगी ,
कोई बच्चा कूड़ा नहीं बीनेगा
और
चौराहों पर हाथ नहीं फैलाएगा ,
कोई नहीं रहेगा निरक्षर न बिकेगा किसी का शरीर न होंगे कोठे आबाद
और हम जब तक नहीं होंगे सच्चे मायने में आज़ाद ,
नहीं दूर होगी भुखमरी और
लाचारी ,गरीब के हिस्से में बस होगी बीमारी |
कैसे कह दूँ मैं नया वर्ष मंगलमय हो जब तय ये सब तय न हो ,|
आइये इनसे मुक्त दुनिया बनाये
और
तब नए साल की खुशियाँ मनाएं ,
नाचे और गाये ,,
तब जोर से चिल्लाएं-----
#happy_new_year ,,,#नव_वर्ष_मुबारक_हो |
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